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NATIONAL DISASTER RESPONSE FORCE
Saving Lives & Beyond...

डीजी एनडीआरएफ
श्री अतुल करवाल, आईपीएस
इस उत्कृष्ट बल की अगुवाई करना मेरे लिए अत्यंत सम्मान और गर्व की बात है।
एनडीआरएफ ने, आठ साल की अल्पावधि में, बहुत ही दक्ष बल के रूप में अपनी एक खास पहचान बना ली है। इस बल ने, प्राकृतिक या मानव निर्मित दोनों ही तरह की आपदाओं से निपटने में मत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । यह दुनिया का भी सबसे बड़ा एकमात्र पूर्णतया आत्मनिर्भर आपदा मोचन बल है।
वर्ष 2015 में नेपाल में भूकंप से हुई तबाही के समय एनडीआरएफ ने वहाँ बहुत ही सराहनीय राहत कार्य किया था | एनडीआरएफ के राहत कार्यकर्ताओं ने जीवित मिले 16 लोगों में से 11 लोगों के अनमोल जीवन को बचा लिया था और 131 शव भी बरामद किए थे | एनडीआरएफ द्वारा किए गए प्रयासों की पूरे विश्व ने सराहना की | 2015 में चैन्ने में या वर्ष 2014 में असम,मेघालय और जम्मू-कश्मीर में आई बाढ़ की समस्या हो या इमारते ढहने और रेल दुर्घटनाएं होने जैसा कोई संकट हो एनडीआरएफ सदैव लोगों के जीवन की रक्षा करने के लिए जमीन पर सबसे जांबाज बल के रूप में सेवा करता रहा है | एनडीआरएफ ने देश और विदेश में आई विभिन्न आपदाओं में 4,70,000 से अधिक लोगों के जीवन को बचाया है ।
आपदा मोचन में विशेषज्ञता के अलावा इस बल ने देश को आपदाओं से निपटने में सक्षम बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए समुदायिक स्तर पर क्षमता निर्माण के कार्यक्रम आयोजित करने का कार्य भी बढ़-चढ़ कर किया है | एनडीआरएफ अब तक विभिन्न समुदाय क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के तहत 40 लाख से ज्यादा लोगों को प्रशिक्षित कर चुका है | एनडीआरएफ द्वारा की जा रही निस्वार्थ सेवा के लिए यह सभी की प्रशंसा का पात्र रहा है |
मुझे आशा है कि एनडीआरएफ के सभी अधिकारी और कर्मी भविष्य में भी पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों को पूरा करते रहेंगे और हमारे आदर्श वाक्य "आपदा सेवा सदैव सर्वत्र" को हमेशा सार्थक बनाए रखेंगे । मैं, इस बल के सभी अधिकारियों और कर्मियों की ओर से देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि एनडीआरएफ भारत को आपदाओं से जूझने में सक्षम बनाने के लिए पूरे जोश और उत्साह से कार्य करता रहेगा ।